कविता: व्यंग्य| #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
स्थानीय निकायों के स्कॉट दस्ते
प्लास्टिक बंदी का दौर आया है
स्थानीय निकायों ने बाजारों में रेड करने के
क्षेत्र वाईस दस्ते बनाए है
पर लगता है माल सुताई मौसम आया है
कार्रवाई में भाई भतीजावाद समाया है
अपनों पर कार्रवाई नहीं करने का मन बनाया है
कुछ जातिवाद को प्रथा भी अपनाई है
मलाई की चाहत भी दिखलाई है
दस्ते ने अपनी दादागिरी दिखलाई है
स्थानीय निकाय के अन्य विभागों से भी
भीड़ कर्मचारियों की साथ लाई है
पुलिस बनकर कार्रवाई की राह अपनाई है
फैक्ट्रियों पर से नजर बिल्कुल हटाई है
छोटे दुकानदारों पर सख्ती दिखाई है
माल सूतो नीति अपनाई है
हफ़्ता खोरी की नीति चलाई है
दस्ते वालों समझो पीएम तक खबर पहुंचाई है
मन की बात से बात बतलाई है।
अब तुम पर कार्रवाई की नौबत आई है
संभल जाओ वक्त की दुहाई है
-लेखक कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार कानूनी लेखक चिंतक कवि एडवोकेट किशन सन्मुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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