नया सवेरा नेटवर्क
बिहार। रक्सौल स्थित सेवक संजयनाथ काली मंदिर में बीते मंगलवार को भव्य रूप में महानवमी का महापर्व मनाया गया। इस अवसर पर सुबह से देर रात्रि तक अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गए।
सुबह 6 बजे मंदिर के साधना गृह का पट खुलने के साथ ही भक्तों का तांता लगा रहा। भक्तों ने साधना गृह स्थित जगतजननी माँ काली के अद्भुत रूप का दर्शन किया। 8 बजे वामाचार्य पीठाधीश सेवक संजयनाथ जी के द्वारा कालकालीनाथ महादेव की भष्म आरती संपन्न हुई। दोपहर 3.30 बजे से उनके द्वारा अखण्ड हवन कुंड में हवन कार्य आरंभ हुआ जिसमें सभी भक्तों ने बारी बारी से हवन संपन्न कर अपने अपने कलश का विसर्जन किया। साधना गृह में माँ काली के समक्ष 56 भोग अर्पित किया गया। तीन कुमारी कन्याओं को महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती के रूप में पूजन कर 51 कुमारी कन्याओं को भोग अर्पित किया गया। संध्या 6 बजे कालकालीनाथ भगवान शिव की भस्म आरती के पश्चात माँ दसमुखी काली के समक्ष महाआरती सम्पन्न हुई। संध्या समय महाभंडारा का भी आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया।
पूरे नवरात्र के दौरान समस्त नगरवासियों के साथ बाहर से आये भक्तगण भी भक्तिसागर में गोते लगाते रहे। करीब तीन दशकों से यह काली मंदिर देश विदेश के भक्तों की आस्था और भक्ति का केंद्र बना हुआ है। यहाँ सामूहिक कलश स्थापना की अनोखी व्यवस्था है जिसकी भव्यता देखते ही बनती है। यहाँ भारत नेपाल के अतिरिक्त विदेश में बसे भारतीय मूल के लोगों द्वारा भी कलश स्थापित किये जाते हैं। इस वर्ष देश विदेश के भक्तों द्वारा 501 कलश मंदिर के विभिन्न तलों पर स्थापित किये गए थे।
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