नया सवेरा नेटवर्क
वायु सेना!
दुश्मन का हौसला तोड़ते हैं वायु सैनिक,
बैरी से मुकाबला करते हैं वायु सैनिक।
आसमान इनके आगे पड़ जाता है बौना,
देश का नाम ऊँचा करते हैं वायु सैनिक।
आन-बान-शान इनसे बनती है देश की,
घुसकर दुश्मन को मारते हैं वायु सैनिक।
यही हैं आज के राजगुरु,सुखदेव,भगतसिंह,
सर पे कफन बाँध के उड़ते हैं वायु सैनिक।
तानकर सीना हम सोते हैं अपने घरों में,
खौफ हमारी दूर करते हैं वायु सैनिक।
नदियों खून बहाकर हमें मिली है आजादी,
पल-पल उसकी रक्षा करते हैं वायु सैनिक।
रुह न तड़पे अशफाक,आजाद,बिस्मिल की,
इस मिट्टी को महफूज रखते हैं वायु सैनिक।
मंदिरों में शंख बजे, मस्जिद में हो अजान,
जर्रे-जर्रे की रक्षा करते हैं वायु सैनिक।
जितनी बार जंग हुई, दुश्मन को मार गिराए,
हमारे सर- आँखों पे रहते हैं वायु सैनिक।
करते हैं सल्यूट हम ऐसे रणबाँकुरों को,
सरहद की निगहबानी करते हैं वायु सैनिक।
!! जय हिन्द जय!! हिन्द की सेना!!
रामकेश एम. यादव (कवि, साहित्यकार), मुंबई
Ad |
Ad |
0 टिप्पणियाँ