नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। दहेज रहित शादी सुनने में जितना कठिन लगता है और धीरे-धीरे पूरे समाज को अपने शिकंजे में कसता जा रहा है। इस दहेज रूपी मानव ने न जाने कितनी कन्याओं को और मासूमों को अपना आहार बना डाला। आज मौका है इसमें आप के सहयोग, साथ और प्यार की। उक्त बातें राकेश श्रीवास्तव प्रदेश महामंत्री/जिलाध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, जिलाध्यक्ष दिव्य प्रेम सेवा मिशन एवं निवर्तमान अध्यक्ष/संरक्षक राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से कही। उन्होंने आगे कहा कि आज से 21 वर्ष पूर्व शहर की जेब्राा संस्था ने एक सोच बनाई और समाज के ऐसे प्रताडि़त और मासूमों को जो दहेज नहीं दे पा रहे थे। उनको ''दहेज रहित आदशर््ा विवाह'' का समाज में प्रचलन शुरू किया। एक ही मंडप में गरिमापूर्ण परिवेश में सर्वधर्म सामूहिक विवाह का आयोजन होता रहा जो सफल भी रहा। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि पुन: आठवीं बार आदशर््ा विवाह को बढ़ावा देने एवं फालतू अपव्यय को रोकने के उद्देश्य से जेब्राा संगठन द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन आने वाली आगामी 18 दिसंबर को किया जा रहा है। ऐसे कार्यक्रम बिना सबके सहयोग से संभव नहीं होता है। ऐसे जोड़ों को न्यायिक, सामयिक संरक्षण तथा प्रतिष्ठा को प्रदान किया जाएगा। दैनिक जीवन के कार्यों में उपयोग होने वाले आवश्यक घरेलू उपकरण भी यथाशक्ति हर जोड़ी को उपलब्ध कराया जाएगा। यह काम जेब्राा संस्था के द्वारा ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सारा आयोजन स्वयं में एक उत्सव होगा। यदि आपका सहयोग इस संगठन को मिलता रहा। आज समाज में दहेज का विकराल रूप मुँह फाड़े कन्या के पिता को निगल जाने का प्रयास करता है। इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए मनुष्य की सोच में परिवर्तन लाना है। एकमात्र सार्थक प्रयास होगा सामूहिक विवाह की एक उत्तम एवं सुंदर विचारधारा को ब्याह की बेला और तन की चाह के साथ मन का। संकल्प है कि हम दु:ख-सुख के साथी हैं। तन व मन के इसी गठबंधन और दिलों के मधुर मिलन के नाम आयोजित है दहेज उन्मुक्त आदर्श विवाह।
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