नया सवेरा नेटवर्क
पूर्व व वर्तमान डिप्टी सीएम से अलग अलग कराया गया उद्घाटन
अमिताभ ठाकुर ने शासन से की शिकायत, वसूली की उठाई मांग
सरकारी धन के दुरूपयोग का मामला, पीयू प्रशासन सकते में
जौनपुर। पूर्वांचल विश्वविद्यालय में एक ही कक्ष का दो बार उद्घाटन किये जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। इस संबंध में अधिकार सेना के राष्ट्रीय संयोजक अमिताभ ठाकुर ने मामले का उठाते हुए प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भईया) भौतिकी विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान, पूर्वांचल वि·ाविद्यालय का दो बार उद्घाटन किये जाने की शिकायत की है। उन्होंने शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि एक ही भवन का उद्घाटन दो बार किया गया है। जिसके चलते सरकारी धन का दुरु पयोग हुआ है। उन्होंने कहा है कि उद्घाटन का खर्च वि·ाविद्यालय के कुलपति से निजी तौर पर जमा कराया जाए। अमिताभ ठाकुर ने इस संदर्भ में राज्यपाल और मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा है। भेजी गई शिकायत में उन्होंने कहा कि उन्हें 2 फोटो प्राप्त हुए हैं। पहली फोटो में इसी संस्थान का 14 मई 2020 को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा द्वारा उद्घाटन किये जाने का शिलापट्ट है। इसके विपरीत दुसरे फोटो में 21 अक्टूबर 2022 को मौजूदा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा ठीक उसी संस्थान का 2 साल बाद उद्घाटन किये जाने का दावा है। ये शिलापट्ट 14 मई 2020 का है। भवन का उद्घाटन तत्कालीन डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा द्वारा किया गया था। ये शिलापट्ट 14 मई 2020 का है। भवन का उद्घाटन तत्कालीन डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा द्वारा किया गया था। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि एक ही संस्थान का दो बार उद्घाटन किया जाना प्रथमद्रष्टया घोर आपत्ति तथा सरकारी धन का अपव्यय दिखता है। उन्होंने मामले की जाँच कराते हुए आरोपों के सही पाए जाने पर उद्घाटन का खर्च वि·ाविद्यालय के कुलपति से निजी तौर पर जमा कराये जाने की मांग की है। दरअसल वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल वि·ाविद्यालय में 12 जनवरी 2018 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रोफेसर रज्जू भैया संस्थान और अशोक सिंघल भारतीय परंपरागत विज्ञान केंद्र की का शिलान्यास किया था। उस वक्त यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर राजाराम यादव थे। लगभग 2 साल में प्रोफेसर रज्जू भैया भौतकीय केंद्र बनकर तैयार हो गया। 14 मई 2020 को तत्कालीन डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने केंद्र का उद्घाटन भी किया। दैनिक भास्कर से बातचीत में पूर्व कुलपति राजाराम यादव ने बताया कि अशोक सिंघल भारतीय परंपरागत विज्ञान केंद्र का उद्घाटन केशव मौर्य पहले ही कर चुके हैं। पूर्व कुलपति राजाराम यादव ने बताया की वर्तमान में सिर्फ पत्थर लगवाने का काम किया जा रहा है। कोई भी नया काम यूनिवर्सिटी नहीं कर रही। पूर्व कुलपति राजाराम यादव ने बताया की वर्तमान में सिर्फ पत्थर लगवाने का काम किया जा रहा है। कोई भी नया काम यूनिवर्सिटी नहीं कर रही। पूर्व कुलपति राजाराम यादव ने कहा कि निर्मला मौर्य खाली पत्थर लगवाने का काम कर रही हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी को मजाक बना रखा है। लोकार्पण जनता के लिए होता है शैक्षणिक संस्थानों में उद्घाटन ही किया जाता है। शायद मौजूदा वाइस चांसलर को इसका कांसेप्ट नहीं पता। उन्हें कुछ प्रोफेसर गलत राह दिखा रहे। उन्होंने बताया कि रज्जू भैया संस्थान पहले से संचालित किया जा रहा है। अच्छे-अच्छे रिसर्च संस्थान में हो रहे हैं। वही परंपरागत विज्ञान भवन में योग की कक्षाएं भी संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि शायद इसकी जानकारी केशव मौर्य को नहीं दी गई है। उनके आगमन पर सिर्फ फीते कटवाने का काम किया जा रहा है। इस संबंध में प्रोफेसर मानस पांडे ने बताया कि 14 मई 2020 को पढ़ाई लिखाई का उद्घाटन किया गया था। भवन अब बनकर तैयार हुआ है। इसलिए अब इसका लोकार्पण कराया गया है।
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