नया सवेरा नेटवर्क
तीन नगर पालिका व आठ नगर पंचायत अध्यक्ष पद के होगें चुनाव
सभासद बनने के लिए लोगों ने शुरू किया प्रचार प्रसार
दिसंबर में स्थानीय निकाय का कार्यकाल होगा पूरा
जौनपुर। स्थानीय निकाय चुनाव की अभी तक घोषणा नहीं हुई है बावजूद इसके जिले की तीन नगर पालिका परिषद व आठ नगर पंचायत में अध्यक्ष पद व सभासद के भावी प्रत्याशियों में अभी से ही अपना प्रचार प्रसार करना शुरू कर दिया है। नवरात्र से लेकर दीपावली व अब डाला छठ के पर्व पर इन स्थानों पर भावी प्रत्याशियों की बड़ी बड़ी होर्डिंग्स व अपने अपने क्षेत्रों में जनता से संपर्क करते हुए लोग नजर आ रहे हैं। हलांकि सभी की निगाहें चुनाव आयोग पर टिकी हुई है कि कब तारीख मुकर्रर होती है। वहीं लोगों की निगाह आरक्षण के परिसीमन पर भी टिकी हुई है बावजूद इसके भावी प्रत्याशी अभी से ही जनता के बीच जाकर लोगों की समस्याओं को दूर करने के साथ साथ उनके वोट बढ़ाने का भी काम कर रहे हैं। ऐसे में लोगों को ये उम्मीद है कि दिसम्बर में स्थानीय निकाय के चुनाव हो सकते हैं। देखा जाये तो वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष एवं नगर पंचायत अध्यक्ष भी अब चुनाव की रणनीति बनाकर तेजी से लोगों की समस्याओं का निस्तारण करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं यही नहीं सभासद भी इसमें अब पीछे नहीं है। जनता के बीच जाकर साफ सफाई कराने के साथ साथ अन्य समस्याओं का निस्तारण करने में वे पीछे नहीं है। बात अगर जौनपुर नगरपालिका परिषद की की जाये तो इस सीट पर बीस साल से दिनेश टंडन के परिवार का कब्जा है। लगातार तीन बार बसपा के टिकट पर नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव दिनेश टंडन जीत चुके हैं तो वहीं 2017 के चुनाव में ये सीट महिला सामान्य के लिए आरक्षित हुई तब उनकी पत्नी माया टंडन ने एक बार फिर बसपा के टिकट पर जीत दर्ज कर अपना एक छत्र राज स्थापित कर दिया। हलांकि इस बार लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी है कि क्या यह सीट सामान्य रहेगी या फिर ओबीसी या एससी के आरक्षण में चली जायेगी। यदि ऐसा होता है तो दिनेश टंडन के परिवार को बड़ा झटका लगेगा तो वहीं अन्य दलों के भावी प्रत्याशी जो नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष सामान्य वर्ग से लड़कर बनने का सपना देख रहे हैं उनका भी सपना चकनाचूर हो सकता है। सपा, बसपा, कांग्रेस व भाजपा सहित अन्य छोटे दल भी इस बार स्थानीय निकाय चुनाव में अपना सबकुछ दांव लगाने के लिए बेकरार नजर आ रहे हैं कुछ सीटों पर अध्यक्ष पद के लिए निर्दल प्रत्याशी भी मैदान में उतरने को बेताब नजर आ रहे हैं ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि नवंबर में स्थानीय निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जायेगा तो कोई अचरज की बात नहीं है क्योंकि दिसंबर में सभी स्थानीय निकाय का कार्यकाल पांच वर्षों का पूरा हो जायेगा।
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