नया सवेरा नेटवर्क
नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया व एसएसआर की तैयारी रहा विषय
जलालपुर,जौनपुर। कुटीर पीजी कालेज चक्के मंे नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया, प्राविधान और एसएसआर की तैयारी विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के कुल चार सत्र रहे। उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता प्रो जेपीएन मिश्र पूर्व संकायाध्यक्ष केंद्रीय वि·ाविद्यालय गुजरात ने अपने संबोधन में नैक मूल्यांकन की संपूर्ण प्रक्रिया और प्राविधान एक्यूएआर, एसएसआर तैयार करने प्रक्रिया को विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने यह भी कहा की यदि हम संस्था को शैक्षणिक, गैर शैक्षणिक और व्यवस्थापन संदर्भ में नियमित अनुशासन के साथ व्यवहार करें और प्रत्येक व्यक्ति द्वारा अपने लिए तय कार्य का निष्पादन ईमानदारी के साथ नियत मानदंड के समीप रह कर किया जा रहा है तो मूल्यांकन में उच्च स्तर की ग्रेडिंग प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा की नैक गाइडलाइन विस्तृत एवं थारोली अध्ययन, क्राइट एरिया की बिंदुवार साक्ष्य सहित तैयारी के उपरांत एसएसआर तक की यात्रा पूरी होती है। कार्यशाला के बाकी तीन सत्र में महाविद्यालय द्वारा नामित सात क्राइट एरिया के संयोजक, नैक संयोजक और आईक्यूएसी संयोजक ने अलग अलग अपना पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण दिया। जिसपर एक्सपर्ट द्वारा ओपिनियन ली गई। कार्यशाला के में प्रारंभिक उदबोधन देते हुए प्रबंधक डॉ अजयेंद्र कुमार दुबे ने कहा की सतत प्रयास ही हमें द्वितीय चक्र के मूल्यांकन के लिए तैयार कर सकता है। कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुये प्राचार्य डॉ रमेश मणि ने कहा की सत्र से निष्कर्षित परिणाम पर आपकी क्रियाशीलता में संसाधन की सुलभता की कमी नहीं होगी। कार्यशाला का सारांश क्रमश: डॉ राघवेंद्र और डॉ अमरेज़ ने किया। कार्यशाला के अंत में असिस्टेंट प्रोफेसर वाचस्पति ने उपलब्धियों और निष्कर्ष का विवरण प्रस्तुत किया। संचालन डॉ अनुज ने किया।
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