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रामलीला में मंचन करते कलाकार। |
नया सवेरा नेटवर्क
शाहगंज,जौनपुर। बीबीगंज चौकी क्षेत्र के गोडि़ला फाटक बाजार में श्री बजरंग नवयुवक रामलीला समिति के आठवें दिन हनुमान जी की आरती के बाद अंगद-रावण संवाद और लक्ष्मण को शक्ति लगने का रामलीला मंचन किया गया। क्षेत्र के गोडि़ला फाटक बाजार में बृहस्पतिवार की रात रामलीला में अंगद-रावण संवाद के दृश्य में अंगद रावण से कहता है कि हे रावण मैं राम का दूत बनकर आया हूं। राम का संदेश है कि आप सीता मैया को ससम्मान सहित वापस पहुंचा दीजिए, नहीं तो लंका का विनाश निश्चित है। इस पर रावण क्रोध में आकर कहता है कि जो तुम्हारे पिता बलि को मार दिया, उन्हीं की तरफ से गुणगान कर रहे हो। इसके बाद अंगद-रावण में काफी संवाद के बाद अंगद अपना पैर जमा कर कहता है कि अगर तुम्हारे दरबार में जो सबसे ताकतवर हो, वह मेरा पैर उठाकर दिखाए तो आप जैसा कहेंगे, हम वैसा करेंगे। बारी-बारी सभी पैर उठाने लगे लेकिन किसी से भी पैर नहीं उठा। इसके बाद रावण उठता है और अंगद का पैर उठाने चलता है। जिस पर अंगद कहते हैं कि मेरे पैर छूने से क्या फायदा। अगर छूना है तो प्रभु श्रीराम के पैर को छुए जो आपको माफ कर सकते हैं। उसके बाद अंगद वापस लौटकर श्रीराम को सारा वृत्तांत सुनाते हैं और युद्ध की दुंदुभी बज उठती है। रावण की ओर से सेनापति मेघनाद और लक्ष्मण में घनघोर युद्ध होता है। अंत में मायावी मेघनाद के शक्ति बाण से लक्ष्मण मूर्च्छित हो जाते हैं। इससे रामदल में शोक की लहर दौड़ जाती है। लंका के वैद्यराज सुषेन ने बताया कि लक्ष्मण का उपचार अत्यंत मुश्किल है। अगली सुबह तक द्रोणगिरी पर्वत से संजीवनी बूटी लाकर पिलाने के बाद ही लक्ष्मण के प्राण बच सकते हैं। पवनसुत हनुमान बूटी लाने चल देते हैं। हनुमान जी सूर्योदय से पहले संजीवनी बूटी लेकर आ जाते हैं। इसे पीने के बाद मूर्च्छित लक्ष्मण ठीक हो जाते हैं। इस मौके पर अध्यक्ष रोहित गुप्ता, रमाशंकर गुप्ता, उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल, निर्देशक, दुर्गाप्रसाद गुप्ता, व इस रामलीला के मंचन में किरदार राम दीपक प्रजापति, लक्ष्मण पप्पू शर्मा, सीता सुजीत गुप्ता, अंगद बिन्द गुप्ता, रावण सूरज गुप्ता, मेघनाथ सोनू यादव, व हनुमान राजेश गुप्ता, ने निभाई।
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