नया सवेरा नेटवर्क
दो एसआई सहित चार महिला पुलिस कर्मी घायल
लेखपाल की तहरीर पर आठ नामजद व दो दर्जन के खिलाफ मुकदमा
केराकत,जौनपुर। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कटहरी में एक अवैध कब्जे को हटाने गये राजस्व विभाग व पुलिस टीम पर एसडीएम की उपस्थिति में दबंगो ने लाठी डंडे फावड़े व ईंट पत्थर से प्रहार कर घायल दिया। परिणाम स्वरूप इस हमले में चार महिला कान्सटेबिल , एक महिला दरोगा व एक पुरु ष दरोगा घायल हो गये। इस मामले में लेखपाल के तहरीर पर पुलिस ने हत्या का प्रयास समेत विभिन्न धाराओ में आठ नाम जद महिलाओ समेत 23 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उपजिलाधिकारी माज अख्तर ने बताया कि वर्ष 2016 में एक मुकदमे में एसडीएम न्यायालय द्वारा दिये गये अवैध कब्जे को हटाने के फैसले के अनुपालन में मैं और मेरी राजस्व टीम के साथ कई महिला पुलिस बल ,एक दर्जन से अधिक पुलिस बल के साथ सायंकाल कटहरी गांव गये हुए थे। जहां गोरखनाथ सरोज व अन्य द्वारा राजकुमार सरोज आदि के जमीन पर किये गये अवैध कब्जे को हटाकर चहार दीवारी का निर्माण करा दिया गया। उसी समय दो दर्जन की संख्या में जिसमे महिलाए व पुरु ष भी शामिल थे। जो पुलिस दल पर हमला बोल दिया। जिसके चलते पुलिस बल में महिला पुलिस समेत आधा दर्जन घायल हो गये हैं। लेखपाल सौरभ सिंह ने आरोपियो के खिलाफ कोतवाली मे रिपोर्ट दर्ज करा दिया गया। लेखपाल सौरभ सिंह द्वारा कोतवाली केराकत में दिये गये तहरीर में जिन लोगो के घायल होने की बात कही गयी है। उसमें महिला एसआई प्रतिमा सिंह, महिला सिपाहियों में प्रीति सिंह, सुनीता वर्मा, लीलावती सोनू यादव एवं पुरु ष एसआई नान्हू यादव घायल है। हमलावरो ने ईट पत्थर ,लाठी डंडे व फावड़े का खुल कर प्रयोग किया है। पुलिस ने इस मामले में आठ नाम जद गुड्डी सरोज, सीमा सरोज, कीरता सरोज, करिश्मा सरोज, हीरावती सरोज, गुलाबी सरोज, सोनम सरोज व रोली सरोज एवं 25 अज्ञात के खिलाफ आईपीसीकी धारा 307, 147 ,148, 149, 353, 352, 332, 333, 504, एवं 7 सीएलए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सभी घायलो पुलिस वालो को सीएचसी में उपचार कराया गया है। जहां प्रीति सिंह व सुनीता वर्मा की हालत गंभीर होने पर जिला चिकित्सालय इलाज के लिए रिफर कर दिया गया है। मालूम हो कि अभी एक पखवारे पूर्व इसी मामले में एस डीएम व कोतवाल पुलिस बल के साथ उक्त कब्जे को हटाने गये थे। उस समय भी कुछ महिलाओ ने खुद अपना मड़हा जलाकर सरकारी कार्य में अवरोध उत्पन्न किया था। जिसमें मुकदमा दर्ज कराया गया था।
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