आस्था व विश्वास का केन्द्र है रामेश्वरम महादेव मंदिर | #NayaSaberaNetwork
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रामायण में दर्ज है इस स्थान का महत्व
सिरकोनी,जौनपुर। स्थानीय विकास खंड के राजेपुर त्रिमुहानी पर सई गोमती नदी के संगम पर स्थित रामे·ारम महादेव जिले ही नही बल्कि कई प्रदेश तक के शिव भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बने हुए है। इस स्थान पर वैसे तो प्रति दिन सैकड़ो की संख्या मे भक्त दर्शन करने आते हैं। सावन के महीने में इस स्थान का महत्व देखते हुए भक्तों की संख्या काफी बढ़ जाती है। रामचरित मानस में दर्ज है इस स्थान का विवरण। तुलसीदास जी द्वारा रचित राम चरित मानस में इस स्थान का विवरण दर्ज है। मानस में लिखा गया है कि लंका पर रावण को समाप्त करके जब प्रभु श्री रामचन्द्रजी अयोध्या वापस लौट रहे थे तो वे सई नदी उतर कर गोमती नदी में स्नान किये। फिर यहाँ से वे चौथे दिन अयोध्या पहुंचे थे। मानस की चौपाईसई उतरी गोमती नहाये। चौथे दिवस अवध पुरआये। मंदिर का इतिहास इस मंदिर के बारे में चर्चा है कि यहां के एक दम्पति को सपने में भगवान शिव जी का शिवलिंग दिखाई पड़ा। उनको सपने में शिवजी ने बताया कि अमुक स्थान पर खुदाई करें। वही मैं हूं। दम्पति ने सपने पर विश्वास करके जब खुदाई किया तो वहां पर शिवलिंग दिखाई देने लगा। काफी खुदाई के बाद भी शिवलिंग की सीमा का पता नही चला कि वे कितना जमीन में और है। तब वे लोग खुदाई बन्द करके वही पर शिवलिंग की पूजा अर्चना करने लगे। धीरे धीरे यहां पर भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी। कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ता है जन सैलाब। हिंदी महीने के कार्तिक माह के पूर्णवासी को सई गोमती नदी के संगम स्थल पर दर्शन करने वालो की काफी भीड़ उमड़ती है। उसर् न कई हजार लोग रामेश्वरम महादेव का दर्शन पूजन करते हैं। इसी स्थान पर सई नदी गोमती नदी में समाहित हुई हैं। उमानाथ सिंह ने इस स्थान को पर्यटन स्थल बनवाने का किया था प्रयास। कल्याण सिंह की सरकार में मंत्री रहे इस क्षेत्र के विधायक तथा तत्कालीन मंत्री उमानाथ सिंह ने इस स्थान को पर्यटन स्थल बनवाने के लिए काफी योजना लायी थी। जिसमे पार्क, दर्शनार्थियों को रुकने के लिये धर्मशाला, सड़क, घाट का निर्माण,नदी में घूमने के लिए स्टीमर आदि की व्यवस्था होनी थी। परंतु उसके कुछ दिन बाद सरकार गिर गयी। सब काम रु क गया। उसके बाद थोड़ा बहुत कार्य जगदीश नारायण राय नेअपने मंत्री रहते पार्क व कुछ अन्य कार्य कराया था। उसके बाद पिछले योगी सरकार में जफराबाद के भाजपा विधायक डॉ हरेंद्र प्रसाद सिंह ने पक्का घाट, अंतिम संस्कार स्थल,घाट पर लाइट सहित मंदिर परिसर में हाईमास्क लाइट सहित आदि का काम करवाया था। रामेश्वरम धाम के पुजारी राजेन्द्र प्रसाद उर्फ फक्कड़ बाबा ने बताया कि यहां पर भक्तों का आना जाना तो प्रतिदिन रहता है। सावन महीने तथा कार्तिक पूर्णिमा को संगम नहाने वाले लोगों की भीड़ काफी बढ़ जाती है। इस मंदिर के परिसर में दशकों से लगातार रामचरितमानस का पाठ चल रहा है। जो रात दिन लगातार चलता है। भोलेनाथ की कृपा है पता ही नहीं चलता है कि मानस का पाठ कैसे निरन्तर चल रहा है।
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