ईदे गदीर का मनाया गया जश्न, हुई महफिल | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
हजरत अली अ.स. की विलायत का हुआ था एलान
लोगों ने रखे रोजे, पढ़ी नमाज, बंटी मिठाईंया
जौनपुर। जिले में सोमवार को शिया मुसलमानों ने ईदे गदीर का जश्न बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया। इस दौरान मीठे पकवान बनवाकर हजरत अली अ.स. की नज्र दी गई साथ ही लोगों ने रोजा भी रखा। सुबह से इमामबाड़ों व घरों में महफिल का आयोजन होने के साथ साथ गरीबों में खाना बांटने के साथ साथ सभी लोगों के लिए नज्रे मौला का इंतजाम किया गया था। गौरतलब हो कि शाही किला स्थित मेंहदी पैलेस में ईदे गदीर की नमाज व आमाल कराने के बाद मौलाना मोहम्मद रजा खान ने बताया कि ये ईद ईदुलफितर व ईदुलअजहा से बड़ी ईद होती है क्योंकि आज ही के दिन इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हजरत मोहम्मद मुस्तफा स.अ. ने गदीर के मैदान में अपने उत्तराधिकारी के रूप में सवा लाख हाजियों की मौजूदगी में अपने दामाद हजरत अली अ.स. को घोषित किया था। उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद साहब को इस बात का अंदेशा था कि दुनिया से उनके जाने के बाद लोग मनमानी कर सकते हैं और ये हर रसूल की जिम्मेदारी होती है कि वे अपने उत्तराधिकारी की घोषणा अपने जीवनकाल में कर दे। इसलिए रसूले खुदा ने आखिरी हज से लौटते समय से ईदुलअजहा की 18 तारीख को मैदाना खुम जिसे गदीर के नाम से भी जाना जाता है वहां सवा लाख हाजियों के बीच में हजरत अली की विलायत का एलान किया था। मौलाना मोहम्मद रजा ने कहा कि आज के दिन रोजे रखने का सवाब भी बहुत बड़ा है साथ ही नये लिबास पहनकर एक दूसरे से गले मिलकर लोग अपने मौला के एलाने विलायत की मुबारकबाद देनी चाहिए। इस मौके पर पूर्व सभासद शाहिद मेंहदी, नेहाल हैदर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। वहीं बाजार भुआ में भी शिया समुदाय के लोगों ने ईदे गदीर का जश्न धूमधाम से मनाया। इस दौरान लोगों ने विशेष तौर पर लाल कपड़ों को पहन कर जुलूस निकाला और नारे हैदरी या अली से पूरा इलाका गूंजता रहा। महफिल में भी सैकड़ों लोग मौजूद रहे। इस मौके पर लाडले जैदी, सादिक रजा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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