एक बार फिर शुरू होगा बच्चों के नामांकन का सिलसिला | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
शिक्षकों को अपने दायित्व का बोध कराने को सरकार तत्पर
बीएसए शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने को कर रहे हैं प्रयास
जौनपुर। परिषदीय स्कूलों में कांवेट स्कूलों की तरह पढ़ाई हो और अभिभावकों का झुकाव सरकारी स्कूलों की तरफ बढ़े इसके मद्देनजर शिक्षा महकमा पूरी तनमयता से लगा हुआ है। नया सत्र अप्रैल से शुरू होने पर बड़े पैमाने पर नामांकन प्रक्रिया तेज गति से हुई और इस कार्य में शिक्षकों ने अधिकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का पूरा प्रयास किया। छात्रों की संख्या स्कूलों में बढ़े इसके मद्देनजर शिक्षा महकमा ने 16 जून से स्कूल खुलने के बाद एक बार फिर इस प्रक्रिया को तेज गति से करने का मन बनाया है। शिक्षा महकमें के इतिहास में पहली बार परिषदीय स्कूलों में लैब का स्थापना हो रही है। अभी हाल में ताहिरपुर प्राथमिक विद्यालय पर जिलाधिकारी ने आधुनिक तरीके से बने लैब का उद्घाटन किया और तत्कालीन सीडीओ ने यह सुझाव दिया कि इस तरह का लैब हर विकास ख्ंाड मंे स्थापित हो जिससे छोटे बच्चों में वैज्ञानिक बनने से लेकर कुछ अलग करने की प्रेरणा मिले। हलांकि पहले की अपेक्षा शिक्षा व्यवस्था में काफी सुधार दिख रहा है। योगी सरकार ने शिक्षकों को भी बीच बीच में प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने कत्र्वयों के प्रति सजग रहने और बच्चों के भविष्य को संवारने में कोई कोताही न बरतने की सलाह दे रही है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॅा गोरखनाथ पटेल कार्यभार संभालने के बाद परिषदीय स्कूलों का सर्वांगीण विकास कैसे हो इसपर पूरी तरह से चिंतन करके शिक्षकों को एक साथ लेकर बेहतर बनाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। वैसे काफी हद तक शिक्षक भी अपने कत्र्वयों को समझने लगे हैं और बच्चों को पढ़ाने में दिलचस्पी भी ले रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है कि सरकार भी शिक्षकों को अपना दायित्वबोध के लिए हर हथकंडे अपना रही है। अब देखना है कि 16 जून से परिषदीय स्कूल खुलने के बाद बच्चों के नामांकन में किस अनुपात में इजाफा होता है।
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