उफ ये गर्मी | #NayaSaberaNetwork
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उफ ये गर्मी
जहां देखो धूप ही धूप है
गर्मी का तराना है ,
किसी तरह बहाने करके
जिंदगी को बहलाना है ।
कभी ऐसा होता है की गर्मी
दिमाग को ध्वस्त कर देती है ,
मिले थोड़ी सी शीतल हवाएं
तो हमे मदमस्त कर देती है ।
देख के सूरज की रौशनी को
आंखे तिलमिला जाती है ,
कही पर गरीबी में काम कर रहे
श्रमिक भी गर्मी से बिलबिला जाते है ।
कभी चेहरे को ढकते है हम
कभी धूल से अपने को बचाते है
जैसे जैसे ग्रीष्म काल बढ़ता है
वैसे वैसे शीतल पवन के दीवाने हो जाते है ।
कभी आइस क्रीम तो कभी शरबत कभी निबू पानी पीते है ,
सच गर्मी में मजदूर कैसे काम करके जीते है ?
–रितेश मौर्य
जौनपुर, उत्तर प्रदेश
मो. नं.8576091113
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