अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस! | #NayaSaberaNetwork
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करो योग रहो निरोग!
चलो योग हम फिर अपनाएँ,
जीवन अपना सफल बनाएँ।
पूरे जगत में इसे फैलाकर,
जीवन सबका दीर्घ बनाएँ।
सेहत का राज छिपा इसमें,
स्फूर्ति को यूँ रोज जगाएँ।
तंत्रिका तंत्र मजबूत बनाकर,
चिंता को हम दूर भगाएँ।
योग शारीरिक अनुशासन है,
शक्ति प्रतिरक्षा की बढ़ाएँ।
खोले मोक्ष द्वार सभी का,
आवागमन से मुक्ति पाएँ।
ऋषि-मुनि का दिया ज्ञान ये,
आओ हड्डी स्वस्थ बनाएँ।
हृदयगति को नियमित रखता,
तनाव से छुटकारा पाएँ।
रोग का जड़ होता है भोग,
इससे अपनी दूरी बनाएँ।
अनुलोम-विलोम,कपालभाति से,
जीवन की क्यारी महकाएँ।
रामकेश एम.यादव (कवि,साहित्यकार),मुंबई
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