इस्लामी क्रान्ति से साम्राज्यवादी ताकतों को दिया था जवाब:डेज़ी | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
इमाम खुमैनी की बरसी के मौके पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
जौनपुर। इमाम खुमैनी की बरसी के मौक़े पर शेख़्ा नूरु ल हसन मेमोरियल सोसायटी के कार्यालय में एक शोकसभा का आयोजन वरिष्ठ नेता सैय्यद परवेज़ हसन की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें वक्ताओं ने इमाम खुमैनी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर रोशनी डाली। शिया जामा मस्जिद के मुतवल्ली शेख़्ा अली मंज़र ड़ेज़ी ने कहा कि इमाम खुमैनी ने इस्लामी क्रान्ति के माध्यम से साम्राज्यवादी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया था। आज दुनिया के कमज़ोर, वंचित, पिछड़े वर्गों को अपने अधिकार के लिए लड़ने की ताक़त इमाम खुमैनी ने इस्लामी क्रान्ति के माध्यम से दिलाई है। लोकतंत्र को तभी मज़बूती हासिल होगी जब जनता की आवाज़ को दबाया न जाए। इस अवसर पर सैय्यद परवेज़ हसन ने इमाम खुमैनी की बरसी के मौक़े पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इमाम खुमैनी गरीबों, वंचितों, दु:खियो के मसीहा थे प्रतिबिंब साप्ताहिक के उप सम्पादक नासिर रज़ा गुड्डू ने कहा कि इमाम खुमैनी ने मुस्लिम धर्म गुरु ओं के लिए जो नसीहत की है उस पर धर्म गुरु ओं को ग़ौर करना चाहिए कि उन धर्मगुरु ओं का समाज के प्रति क्या कर्तव्य हैं। गोष्ठी के समापन पर इमाम खुमैनी के मग़फेरत के लिए दुआ की गई और फातेहा खानी की गई। इस अवसर पर सैफ अब्बास, जहीर अब्बास, फ़ैज़ अब्बास अबूजर खान, आसिफ़ आब्दी, हैदर सोनी, शौकत अली इत्यादि ने गोष्टी में भाग लिया।
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