छह माह पूर्व बना प्रवक्ता, अब एसोसिएट प्रोफेसर में चयन | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
देनुआ घन्श्यामपुर के विजय कुमार सिंह को मिली दोहरी उपलब्धि
जौनपुर। ये सच है कि प्रतिभा ईश्वर की देन है और इसे लोग जन्मजात लेकर आते हैं लेकिन ये भी सच है कि प्रतिभा को निखारने वाला अगर प्रतिभावान है तो मंजिल तक पहुंचने में कोई भी रूकावट आड़े नहीं आती और इस प्रतिभा की पहचान सिर्फ प्रतिभावान गुरू ही कर सकता है। जिसका सानिध्य मिलने के बाद छात्र अपने हर उस लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है जिसे प्राप्त करने की उसके भीतर लालसा होती है। कुछ ऐसी ही दास्तान चार माह पूर्व प्रवक्ता पद पर चयनित होने के बाद पुन: एसोसिएट प्रोफेसर पद पर चयनित होने वाले विजय कुमार सिंह की है। जिसने न सिर्फ ये साबित किया कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती उसे अपनी मंजिल खुद मिल जाती है बस मंजिल को दिखाने वाला एक अच्छा गुरू मिल जाये। जनपद के बदलापुर क्षेत्र अंतर्गत देनुआ घन्श्यामपुर गांव निवासी रामजीत सिंह के पुत्र विजय कुमार सिंह का एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर चयन हुआ। जिसके बाद पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। अभी चार माह पूर्व विजय का चयन प्रवक्ता के पद पर हुआ था लेकिन विजय की प्रतिभा प्रवक्ता पद पाकर संतुष्ट नहीं थी शायद इसीलिए अपनी दूसरी मंजिल की ओर उसने कदम बढ़ाया और मंजिल ने आकर कदम चूम लिया। पूछे जाने पर अपनी सफलता का श्रेय विजय अपने माता पिता के साथ अपने गुरू चंद्रसेन सिंह को देता है जिनके सानिध्य के बदौलत ही आज वह यहां तक पहुंचा है। मजे की बात तो यह है कि जिस गुरू के सानिध्य में रहकर कक्षा 9 से ही वह अध्ययन कर रहा था शायद गुरू ने उसकी प्रतिभा को पहचानने मंे देरी नहीं की जिसका नतीजा यह रहा कि आज उसी गुरू का वह दामाद भी बन चुका है। दोनों परिवारों की सहमति से 17 जनवरी 2022 को गुरू की इच्छापूर्ति के लिए उसने बिना दहेज व डोली बारात के दोनों परिवारों की मौजूदगी में कोर्ट में शादी भी कर ली। इसके पीछे उसकी सोच भी साफ है गुरू को वैवाहिक खर्च से बचाना। आज दोनों परिवारों में उसकी सफलता को लेकर खुशियों का माहौल है। शुभचिंतकों का बधाई संदेश दोनों परिवारों को गदगद कर रहा है।
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