आईजीआरएस पर की गई शिकायत पर पक्षपात का आरोप | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
अधिकारी व कर्मचारी को बचाते हुए लगा दी जाती है रिपोर्ट
जफराबाद,जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के मोहल्ला नासही निवासी निशी आब्दी ने मुंगराबादशाहपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के खिलाफ लिखित शिकायत किया था। महिला का आरोप है कि जिसके खिलाफ शिकायत की गई थी पहले तो उसी कर्मचारी ने रिपोर्ट लगाकर शिकायत का निस्तारण कर दिया था। जब फीडबैक में दर्शाया गया की रिपोर्ट सही नहीं लगी है तो दोबारा फिर से जिले के चिकित्सा विभाग के कर्मचारी ने फोन करके कहा की आप जन सूचना आईजीआरएस से ले सकती हैं जबकि शिकायत कुछ और थी और निस्तारित किसी और चीज का किया जा रहा था। जब पुन: फीडबैक लगाया गया की जन सूचना की शिकायत नहीं है। दूरभाष पर दुर्व्यवहार की शिकायत की गई है तो पुन: वाराणसी स्वास्थ्य विभाग को जांच के लिए हस्तांतरित कर दिया गया। जिसकी बिना जांच कराये और शिकायतकर्ता से संपर्क किए ही शिकायत क ो निस्तारित कर दिया गया। ऐसी स्थिति में साफ नजर आता है कि अधिकारी और कर्मचारी मिलकर अपने कमर्चारियों के पक्ष में जांच रिपोर्ट लगाकर उन्हें बचाने का काम करते हैं और इस प्रकार के कृत्य से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। यही कारण है कि जिस कर्मचारी के खिलाफ कोई शिकायत की जाती है तो उसके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जाती है जिससे शिकायतकर्ता सिस्टम को कोसते हुए अपनी मुंह की खाकर बैठ जाता है। मुख्यमंत्री के द्वारा बनवाया गया आईजीआरएस पोर्टल फर्जी रिपोर्ट का केंद्र बनता जा रहा है। इस पोर्टल पर बहुत कम ही देखने को मिला है की किसी भी कर्मचारी और अधिकारी के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई की गई हो क्योंकि रिपोर्ट लगाने वाला भी अधिकारी और कर्मचारी होता है। ऐसे में आईजीआरएस मात्र मजाक बनकर रह गया है वहीं शिकायत करने वाली महिला का कहना है की स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा बोलबाला है और हम जब तक विभाग से भ्रष्टाचार को खत्म नहीं कर देंगे तब तक किसी ना किसी अधिकारी का दरवाजा जरूर खटखाटेते रहेंगे।
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