भक्त,भगवान,भक्ति व गुरू चारो तत्व मिलकर एक हैं:संत तुलसीदास | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
सात दिवसीय भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने सुनी कथा
जलालपुर,जौनपुर। कुटीर उपवन में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा के दूसरे दिन अपने मुखारविंद से अमृत पान करा रहे अयोध्या धाम से आये संत शिरोमणि तुलसीदास ने भक्तिमाल ग्रंथ को रेखांकित करते हुए बताया की अग्रदेव आज्ञा दई भक्तन को यश गाउ। भवसागर के तरन कौं नाहिन और उपाउ। भक्त भक्ति भगवान गुरु चारों तत्व मिलकर एक हैं भागवत कथा का प्रतिपाद्य विषय और प्रयोजन की उपादेयता का बोध कराते हुए कहा कि पुनीत कर्मों की प्रेरणा देने वाला ईश्वर सत्य है सभी संबंधों से विरक्त समर्पण की कसौटी पर खरा उतरने वाला श्रोता इस कथा का अधिकारी है। प्रबंधक डॉ अजयेन्द्र कुमार दुबे ने कथा के आरंभ में आचार्य द्वाय का तिलकार्चर कर अभिनंदन करते हुए कृतज्ञता ज्ञापित की। बिजेनेंद्र कुमार दुबे ने आरती वंदन किया। इस अवसर पर पंडित राम सुमेर मिश्र, भूषण मिश्र, ब्राह्मदेव दुबे, कृष्णलला दुबे, सुरेंद्र दुबे, राधेश्याम गुप्त, डॉ अनुज कुमार शुक्ला, राघवेंद्र दूबे, आचार्य प्रेम शंकर दुबे, आभा देवी जड़ावती देवी, पुष्पा दुबे, शांति दुबे, नम्रता दुबे, समेत तमाम श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
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