अपने दायित्वों का निष्ठा के साथ निर्वहन करें अध्यापक:बीएसए | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
निपुण भारत निर्माण में अध्यापकों का सहयोग जरूरी
पूर्व खंडशिक्षाधिकारी के विदाई समारोह का हुआ आयोजन
जौनपुर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ.गोरखनाथ पटेल ने कहा कि अध्यापकों को कतवर््यनिष्ठ, व्यवहार कुशल, हंसमुख, दायित्वों का निर्वहन करने वाला होना जरूरी है। जब अध्यापक में स्वंय के यह गुण समाहित होगें तो विद्यालय में आने वाले बच्चों में भी सारे गुण स्वंय उभर कर सामने आयेगंे। वे मंगलवार को बीआरसी केंद्र बख्शा पर पूर्व खंड शिक्षाधिकारी सत्य प्रकाश सिंह के विदाई एवं नवागत खंड शिक्षाधिकारी आनदं प्रकाश सिंह के सम्मान समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नौकरी में अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो अपने व्यवहार और स्वभाव से लोगों पर गहरी छाप छोड़ जाते हैं जिसे लोग हमेशा याद करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस समय जिले में हाउस होल्ड सर्वे और नामांकन प्रक्रिया तेजी से चलाई जा रही है सभी अध्यापक अपने अपने विद्यालय क्षेत्र में आने वाले पूरवों को आपस बांटकर नया नामांकन करते हुए डीबीटी के जरिए रजिस्ट्रेशन करें साथ ही ऐसे सभी छह से चौदह वर्ष के बच्चों को विद्यालय में लाने की कोशिश करें जो शिक्षा ग्रहण नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप छह से चौदह वर्ष के बच्चों में संस्कार के साथ शिक्षा से जोड़ने का कार्य युद्ध स्तर पर करें ताकि निपुण भारत का निर्माण हो सके। कहा कि बच्चे ही आने वाले समय में हमारा स्थान लेगें इसलिए हम उनके भीतर ऐसे गुणों का समावेश करें जिससे आने वाले समय में एक आदर्श समाज का निर्माण हो सके। कहा कि जिले की धरती हमेशा से शिक्षा के लिए जानी जाती है इसलिए सभी अध्यापक का कत्र्वय है कि वे अपने अपने विद्यालयों में पूरी ईमानदारी व कत्र्वनिष्ठा के साथ कार्य करंे। इसके पूर्व बतौर मुख्य अतिथि अयोध्या स्थानांतरित हुए पूर्व खंड शिक्षाधिकारी बख्शा ने कहा कि साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल में जिले की माटी ने बहुत कुछ सीखने के लिए दिया और यहां के लोगों के व्यवहार ने दिल जीत लिया। उन्होंने कहा कि जिस ऊर्जा के साथ यहां के लोगों ने उनके कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया वह न केवल सराहनीय है बल्कि उसे हमेशा याद रखेगें। नवागत खंड शिक्षाधिकारी आनंद प्रकाश सिंह ने इस मौके पर कहा कि पूर्व शिक्षाधिकारी की तरह वे भी अध्यापकों के साथ मिलकर कार्य करेगें ताकि अध्यापकांे को कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को भी अपने कत्र्वयों का निर्वहन ईमानदारी से करना चाहिए ताकि समाज उनके द्वारा किये गये कार्यों के जरिए उनका हमेश स्मरण करे। इस अवसर पर हाल ही में सेवानिवृत्त हुए प्रधानाध्यापक श्यामलाल मौर्य, हैदर अब्बास खान, शमशीरूल हसन व जरीना परवीन को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। साथ ही उनके शिक्षा से जुड़े रहने की भी अपेक्षा की गई। इसके पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व पूर्व खंड शिक्षाधिकारी के साथ नवागत खंड शिक्षाधिकारी का एआरपी विष्णुशंकर सिंह, लालसाहब यादव, चर्तुभुज यादव, राकेश सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष सरोज सिंह, डॉ.विजय प्रकाश यादव, लालसाहब यादव, शैलेंद्र सिंह, डॉ.मनीष सोमवंशी, रायसाहब सिंह, ब्राहृशील यादव, प्रवीण कुमार सिंह, हसन अकबर खान, रामनयन यादव, विजय यादव, संजय बेनवंशी, मधुलिका अस्थाना, उर्मिला यादव, संध्या सिंह, अनिल कुमार यादव, विनय कुमार यादव, रामआसरे यादव, फरहान हैदर, काशी ्रप्रसाद वर्मा, मुनीश मिश्रा, रियाज अहमद, ब्राहृदेव यादव, बृजेश यादव व प्रभाक र यादव आदि ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व पूर्व खंड शिक्षाधिकारी को अंग वस्त्रम भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन एआरपी इंग्लिश लालसाहब यादव ने किया।
जाते जाते लोगों को भावुक कर गये बीईओ
जौनपुर। अपने साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल में जिस ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के साथ एक अभिभावक की तरह पेश आने वाले बीईओ सत्य प्रकाश सिंह मंगलवार को अपने विदाई समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए खुद भी भावुक हो गये और बैठे हुए अध्यापकों की भी आंखे भरभरा गर्इं। उन्होंने कहा कि जिले की माटी से अपने कार्यकाल में उन्हें जो प्यार मिला उसे शायद ही वोह कभी भूल पायें। कहा कि यहां के अध्यापकों ने हर क्षेत्र में पूरा सहयोग किया और उनकी भी जिम्मेदारियां अपने कंधे पर लेकर पूरी कीं। जिसके लिए वे हमेशा अध्यापकों के आभारी रहेगें। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में अगर कभी अवसर मिला तो वोह पुन: इस जिले में कार्य करने की इच्छा जरूर पूरी क रेगें।
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