अनाथ सोनम की शादी में शामिल होकर अरविंद ने निभाया वादे को | #NayaSaberaNetwork
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आर्थिक मदद देने के साथ साथ सोनम का किया कन्यादान
नि:स्वार्थ भाव से कार्य करने पर मिलती है शोहरत
हिम्मत बहादुर सिंह
जौनपुर। जब कोई इंसान ईमानदारी,निष्ठा और नि:स्वार्थ भाव से कोई कार्य करता है तो उसे उस कार्य में सफलता और शोहरत मिलना तय है। ऐसा ही कुछ नेक कार्य माउंटलिट्रा जी स्कूल के निदेशक तथा सुधाकर फाउंडेशन महाविद्यालय के प्रबंधक अरविंद सिंह ने सोमवार को कर दिखाया। उन्होंने कोरोना काल में अनाथ हुई अपने ही गांव पिलखिनी की सोनम का सारा पढ़ाई एवं शादी का खर्च उठाने का जो वादा किया था उसे सोमवार को कोलकाता में उसकी शादी में शरीक होकर पूरा कर दिखाया। 11 अप्रैल को कोलकाता में हो रही उसकी शादी में शामिल होने के लिए 10 अप्रैल को ही यहां से कोलकाता के लिए रवाना हो गये। हलांकि उसकी शादी सोनम की मौसी ने आशीष के साथ तय की थी और वह लड़का अपना निजी व्यवसाय करता है। शादी के होने के बाद अरविंद सिंह ने वर वधु को खुशहाल जीवन यापन करने का आर्शीवाद दिया। ज्ञातव्य हो कि 18 साल पहले उसके पिता पंचदेव साहू का साया उसके सिर से उठ गया था और एक मात्र मां कमला देवी उसके जीवन का सहारा थीं। मां घर के बाहर ही एक छोटी से गुमटी में सामान रखकर बेचती थी और उसी के सहारे मां बेटी का जीवन किसी प्रकार से कट रहा था। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण सोनम हाईस्कूल तक ही पढ़ाई कर पायी थी। ईश्वर की परीक्षा बहुत कठिन होती है। कोरोना की ऐसी दूसरी लहर आई कि सोनम की एक मात्र सहारा मां कमला देवी भी छोड़कर दुनिया से चली गर्इं। अब उसके पास कोई सहारा नहीं था लेकिन उसके एक भावुक शब्द मां अब मुझे किसके सहारे छोड़कर जा रही हो अरविंद सिंह को झकझोर क र रख दिया और वह सुबह होते ही उसके घर पर पहुंचकर पहाड़ की तरह पड़े दु:ख में केवल सहारा ही नहीं बने उसके आंखों के आंसुओ को पोछते हुए वह उसके पूरी पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्च उठाने का जो वादा किया था उस वादे के मुताबिक वह कोलकाता में आयोजित उसकी शादी में जाकर आर्थिक मदद देने के साथ साथ उसका कन्या दान भी किये। शास्त्रों में यह कहा गया है कि भूखे को भोजन और कन्यादान करना सबसे पुण्य का काम होता है। अरविंद सिंह ने सोनम का कन्यादान करके समाजसेवा की परिभाषा को चरितार्थ कर दिया। समाजसेवा सिर्फ समजासेवा का लबादा ओढ़ने से नहीं होती है उसके लिए त्याग और धन खर्च करने की जरूरत होती है। अरविंद सिंह के यह नेक कार्य क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। लोग यह भी कहते रहे कि समाजसेवा हो तो इस तरह की होनी चाहिए। उनके साथ कोलकाता पूर्व माध्यमिक जूनियर हाईस्कूल संघ के जिलाध्यक्ष अरूण सिंह भी इस कार्यक्रम के साक्षी होने के लिए गये हैं।
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