गिनी नहीं जा सकती ईश्वर की कृपा व प्रेम:विशपांत | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
रजत जयंती पर शिक्षकों व कर्मचारियों को किया गया सम्मानित
जौनपुर। सेंटजॉन्स स्कूल,सिद्दीकपुर,परिसर में स्थित संत अन्ना कान्वेंट की रजत जयंती समारोह धूमधाम से मनाया गया। जिसकी स्थापना स्व. विशप पैट्रिक डिसूजा द्वारा 1997 में किया गया था। इस की पहली सुपीरियर सिस्टर मारिया एवं वर्तमान सुपीरियर सिस्टर निकोलस हैं। इस कान्वेंट का उद्देश्य विधवा,गरीब,निराश्रितों की सेवा एवं शिक्षा का प्रचार प्रसार करना था। प्रभु की सेविका अन्ना का जन्म 1858 में त्रिचिरापल्ली में एक संभ्रांत परिवार में हुआ था। संत अन्ना विधवाओं,गरीबों एवं निराश्रितों की सेवा के लिए अपने जीवन को अर्पित कर दिया। आज भी अन्ना कान्वेंट की धर्म बहने विधवा, गरीबों एवं निराश्रितों की सेवा में संलग्न हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। काशी प्रान्त के धर्माध्यक्ष विशप यूजीन ने धर्म पुरोहितों के साथ दीप प्रज्वलित किया। ज्योति प्रज्वलन के पश्चात ईश वंदना की गई। आज की मीसा के मुख्य पुरोहित काशी प्रान्त के धर्माध्यक्ष एवं धर्माचार्य विशप यूजीन जोसेफ़ रहे। मीसा के दौरान विशप ने प्रभु की कृपा को याद किया। उन्होंने कहा कि ई·ार की तरह ही उनका प्रेम और कृपा अनन्त हैं,उनके प्रेम को गिना नहीं जा सकता। रजत जयंती ई·ार की कृपा को याद करने का दिन है। भविष्य के लिए प्रभु की कृपा को पाने का दिन है। रजत जयंती के अवसर पर विशप ने कर्मचारियों को सम्मानित किया। डायसिस ऑफ वाराणसी के सेक्रेटरी फादर थॉमस ने कान्वेंट में सेवा दे चुकी धर्मबहनों एवं 25 वर्ष कार्य कर चुके अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं कर्मचारियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। फादर पी विक्टर के नेतृत्व में विद्यालय की अध्यापिकाओं ने भजन प्रस्तुत किए। प्रार्थना के पश्चात लिली पॉल एवं जया सिंह के निर्देशन में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत किए। इस अवसर पर डायोसिस ऑफ वाराणसी के धर्मपुरोहित फादर जान अब्रााहम,फादर थॉमस,फादर जोसेफ क्रास्ता सिस्टर एग्निस, सिस्टर शांथी,सिस्टर सुशीला,कान्वेंट की पहली सुपीरियर सिस्टर मारिया,दूसरी सुपीरियर सिस्टर ब्राीजिट जो वर्तमान में केरला की प्रोवेनिशयल हैं, सिस्टर लुइस, सिस्टर सगायम, सिस्टर जीसस सुमाथी, सिस्टर जेनेसी, सेंटजॉन्स सबरहत की प्रधानाचार्या सिस्टर लिम्सी आदि की मौजूद रहीं। कार्यक्रम के अंत में विशप यूजीन ने अपने आशीर्वचनों से उपस्थित समस्त जनों को सिंचित किया। अंत में सिस्टर सेबेस्टियन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
No comments