सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का हुआ आयोजन | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। सिंगरामऊ-क्षेत्र के डड़ारी गांव निवासी बिजय कुमार सिंह के आवास पर सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। वहीं कथा के छठवंे दिन रूड़की आश्रम हरिद्वार से आये कथा वाचक पुष्कर महाराज ने कथा के माध्यम से श्रीकृष्ण के नामकरण पर कथा सुनाते हुए कहा कि ऋषि गर्ग यदुवंश के कुलगुरु थे, एक दिन वे गोकुल में पधारे। नंदबाबा और यशोदा ने पूरे भाव से उनका आदर सत्कार किया और वासुदेव देवकी का हाल चाल पूछा। उसके बाद जब उन्होंने गर्गाचार्य से गोकुल में पधारने का कारण पूछा तब उन्होंने बताया कि वे पास ही के गांव में एक बालक का नामकरण करने आएं हैं। रास्ते में तुम्हारा घर पड़ा तो विचार किया कि तुमसे भी मिलता चलूं। जब नंदबाबा और यशोदा ने सुना तो उन्होंने गर्ग ऋषि से कहा कि बाबा हमारे यहां भी दो बालकों ने जन्म लिया है, कृपा करके उनका भी नामकरण कर दीजिए। लेकिन गर्गाचार्य ने मना कर दिया उन्होंने कहा कि अगर इस बात का पता कंस को चल गया तो वह मुझे जीवित नहीं रहने देगा। इसपर नंदबाबा ने कहा कि आप चुपचाप गौशाला में नामकरण कर दीजिए हम इस बात का जिक्र किसी से नहीं करेंगे। जब रोहिणी को अवगत हुआ कि यदुवंश के कुल पुरोहित आए हैं, तो वे भावविभोर होकर उनके गुणों का बखान करने लगी। तभी यशोदा ने कहा कि अगर गर्गाचार्य इतने बड़े पुरोहित हैं तो हम अपने पुत्रों को बदल लेते हैं, तुम मेरे लल्ला को लेकर जाओ और मैं तुम्हारे पुत्र को लेकर आती हूं। देखते हैं कि कुलपुरोहित यह जान पाते हैं या नहीं.. इस तरह माताएं गर्ग ऋषि की परीक्षा लेने लगीं। इस अवसर पर धर्मेंद्र सिंह, उग्रसेन सिंह, लाल साहब सिंह, राम सहाय खरवार, झुझुनी राम, गिरजा सिंह, सतीश सिंह, प्रदीप सिंह, राम शिरोमणि मौर्य ,प्यारेलाल मौर्य,दिलीप सिंह,बिनोद सिंह,मनोज सिंह,रामजी पाठक,ओमप्रकाश मौर्य,लवकुश शर्मा,हेमकांत तिवारी सहित आदि लोग उपस्थित रहे।
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