भगवान के भजन मात्र से ही सारे दु:ख हो जाते है नष्ट | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
मछलीशहर,जौनपुर। श्री राम के नाम के भजन करने से दैहिक, दैविक और भौतिक तीनो ताप से मनुष्य मुक्त हो जाता है। भगवान का भजन सांसारिक आवागमन से मुक्त का एक मात्र साधन है। मर्यादा पुरूषोत्तम के नाम का भाव से भजन करने से मानवजीवन धन्य हो जाता है। उक्त बाते ग्राम बरचौली में आयोजित पाँच दिवसीय श्री राम कथा क्षेत्र के तीसरे दिन कथामृत का रसपान कराते हुए कथा व्यास अखिले·ारी देवी संगीतमयी श्री रामकथा में रविवार को कही। विद्वान कथावाचिका ने प्रवचन में कहा कि भगवत को भजन करने वाला उनका अतिप्रिय हो जाता है। भगवान के शरण में जाने से उसका जीवन आनदमय हो जाता है। मानव जाति के लिए मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम ने जो आदशर््ा प्रस्तुत किया वह अनुकरणीय है। कथा में दूसरे कथावाचक श्री राम कथा के मर्मज्ञ गोविन्द शास्त्री ने भगवान राम की कथा का रसपान कराया जिसको सुनकर लोग भक्ति विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि भगवान राम के पद्चिन्हों पर चलकर व्यक्ति अपने जीवन को सफल कर लेता है। कथा के आयोजक हरिशंकर शुक्ल ने कथा वाचकों का स्वागत किया। इस दौरान जितेंद्र शुक्ल,अरविंद सिंह, श्याम जी मिश्रा, धर्मेंद्र सिंह,सहित सैकड़ों लोगो ने श्रोता के रूप में मौजूद रहे।
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