साफ्टवेयर के जरिए लगी अध्यापकों की ड्यूटी बनी जी का जंजाल | #NayaSaberaNetwork
- स्थानीय केंद्र के बजाए दूरस्थ केंद्रों पर ड्यूटी लगने से समस्या बढ़ी
- शिक्षा निदेशक के निर्देश के बाद भी ड्यूटी लिस्ट में नहीं हुआ संशोधन
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार परीक्षा केंद्रों पर नियुक्त किए जाने वाले केंद्र व्यवस्थापकों, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापकों एवं कक्ष निरीक्षकों की नियुक्त साफ्टवेयर के माध्यम से की जा रही है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग से भी डाटा लेकर कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति की गई है लेकिन जिले में कई प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की ड्यूटी कक्ष निरीक्षक के रूप में उनके विद्यालय से दूर के ब्लॉकों के परीक्षा केंद्रों पर लगा दी गई। इससे शिक्षकों में नाराजगी है। वहीं कुछ शिक्षक बीएसए से निवेदन कर रहे हैं कि उनकी ड्यूटी उनके विद्यालय के नजदीक लगाई जाए तो उन्हें निर्देशित किया गया कि वे अपने खंड शिक्षा अधिकारी से लिखवाकर संबंधित ब्लॉक के बीईओ को अवगत कराएं वहां के बीईओ स्थानीय अध्यापक की ड्यूटी उक्त विद्यालय में लगाएंगे और वहां के प्रधानाचार्य अपने कोड से ड्यूटी काटकर दूसरे अध्यापक की ड्यूटी लगाएंगे। कुछ शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा निदेशक के निर्देश के बाद भी ड्यूटी लिस्ट में संशोधन नहीं हो पाया है।
बहरहाल इतना सबकुछ होने के बाद भी रिजल्ट शून्य ही रहा। इस मामले को लेकर ड्यूटी पर लगाए गए शिक्षक/शिक्षिकाओं में उलझन है।
बेसिक शिक्षा की परीक्षा में भी मुश्किल!
वहीं एक शिक्षिका ने यह बताया कि 23 मार्च से बेसिक शिक्षा विभाग की भी परीक्षा शुरू हो रही है और अध्यापकों की ड्यूटी माध्यमिक शिक्षा विभाग की बोर्ड परीक्षा में लगा दी गई है। ऐसे में विद्यालय पर सिर्फ हेड मास्टर, शिक्षा मित्र और अनुदेशक ही बचे। अध्यापकों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगने से बेसिक शिक्षा विभाग की परीक्षा कराने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। कक्षा 1 से 8 तक की परीक्षाएं 23 मार्च से शुरू हो रही है। इसके साथ ही 24 मार्च से बोर्ड की परीक्षाएं होंगी।
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