आबादी तो बढ़ रही लेकिन सुविधाओं से वंचित है नगर का तकिया मुहल्ला | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
बजबजाती नालियों की गंध पैदा कर रही बीमारियां
दो दशक बाद भी कच्चे रास्ते पर चलने के लिए मजबूर हैं बस्ती के लोग
जौनपुर। नगर के सबसे विकसित व भीड़ भाड़ वाले इलाके बदलापुर पड़ाव से सटे हुए तारापुर तकिया के नाम से मशहूर मोहल्ले की हालत यह है कि आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए यहां के लोग नगरपालिका व जिला प्रशासन की बाट जोह रहे हैं। हालत यह है कि मुहल्ले की आबादी दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। नित नये आवासों का निर्माण भी हो रहा है। बावजूद इसके यहां के लोग अभी भी सड़क बिजली पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की बाट जोह रहे हैं। हालत यह है कि नालियों का निर्माण न होने से मुहल्ले का मुख्य मार्ग भी बजबजाती नालियों के पानी से डूबा रहता है जिससे आवागम में लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। मुहल्ले के लोगों का कहना है कि सड़क और नाली के निर्माण के लिए कई बार उन्होंने सभासद व नगरपालिका के अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया लेकिन आज तक उनकी आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है। जनप्रतिनिधियों का आलम यह है कि चुनाव आते ही मुहल्ले में पहुंचकर हर प्रत्याशी वादों का पिटारा खोलकर चला जाता है लेकिन जीतने के बाद कोई भी सभासद या विधायक मुहल्ले के लोगों की सुधि लेने नहीं आता। गौरतलब हो कि नगर का इस समय बदलापुर पड़ाव सबसे विकसित इलाकों में शुमार किया जाता है। आधा दर्जन से अधिक शॉपिंग माल खुलने से यह इलाका अब पूरी तरह वीआईपी की श्रेणी में आ गया है। पड़ाव के उत्तरी सिरे पर करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर आदि गंगा गोमती भी बह रही है। इसके अलावा मुहल्ले के बीच में मुगलकालीन कुलीच खां का मकबरा भी बना हुआ है जहां पर पर्यटकों का आना जाना भी लगा रहता है बावजूद इसके यह मुहल्ला आज भी नगर के सबसे पिछड़े इलाकों में शुमार किया जा सकता है। इस मुहल्ले में जाने वाला प्रमुख मार्ग किस हाल में है लगी हुई तस्वीर अपने आप ही इसे बयां कर रही है। बाकी मुहल्ले की तरह इस मुहल्ले मंे न तो इंटरलॉकिंग है और न ही नालियों का निर्माण किया गया है। गांव की पगडंडी की तरह आम रास्ता है जिसके किनारे लोगों के घरों के पानी बह रहे हैं जो आये दिन आकर सड़कों पर फैल जाते हैं जिससे राहगीरों को आवागमन में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। पिछली सरकार में मंत्री रहे वर्तमान नगर विधायक गिरीश यादव ने मकबरे की सुध लेते हुए यहां इंटरलॉकिंग निर्माण का कार्य दिया था लेकिन यह निर्माण कार्य मकबरे के आस पास ही सिमट कर रह गया और मुख्य सड़क तक नहीं आ सका। मुहल्लेवासियों ने इस संबंध में जिला प्रशासन और नगर पालिकाध्यक्ष का ध्यान इस आकृष्ट करते हुए करीब तीन सौ मीटर के मुख्य मार्ग पर इंटरलॉकिंग व किनारे पर नाली निर्माण कराये जाने की शीघ्र मांग की है।
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