ट्रेड यूनियनों की हड़ताल दूसरे दिन भी रही जारी | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
डाक,बैंक, बीएसएनएल, एलआईसी, विद्युत विभाग सहित अन्य कार्यालयों में रहा काम काज ठप
करोड़ों रूपये का लेनदेन रहा प्रभावित, उपभोक्ता रहे परेशान
जौनपुर। केंद्र व प्रदेश सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर सोमवार से दो दिवसीय केंद्रीय व प्रदेश सरकार के कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। हड़ताल का असर जिले में साफ दिखाई पड़ा। जहां बैंकों में ताले लटके नजर आये जिसके चलते उपभोक्ताओं को मायूस होकर अपने घरों को लौटना पड़ा। दूसरे दिन डाक विभाग, विद्युत विभाग, एलआईसी, बीएसएनएल सहित अन्य सरकारी कर्मचारियों ने हड़ताल कर सरकार से अपना विरोध दर्ज कराया। कर्मचारी नेताओं का कहना था कि सरकार की नीति जब तब हमारे हक में नहीं बदलेगी तब तक आंदोलन होता रहेगा। जहां बैंकों में करोड़ों रूपये का लेन देन प्रभावित रहा तो वहीं डाक विभाग की हड़ताल का असर भी आम नागकिर पर दिखा। एसलआईसी, विद्युत विभाग व बीएसएनएल कर्मचारियों की हड़ताल का भी मिला जुला असर देखने को मिला। डाक कर्मचारियों के हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों में भी डाक सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित रहीं लगभग 25 करोड़ों का लेनदेन प्रभावित हुआ। प्रशासन द्वारा हड़ताल के दौरान कर्मचारियों के डराने धमकाने का कार्य किया जा रहा है फिर भी हमारे कर्मचारी हड़ताल पर डटे रहे यहां तक की कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर जेल तक जाने के लिए भी तैयार है कर्मचारियों ने जिन प्रमुख मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया उनमें मुख्य रूप से पुरानी पेंशन बहाली, 18 माह का रोका गया महंगाई भत्ता देना, सरकारी विभागों को बेचना बंद किये जाने, कर्मचारी विरोधी कानून को समाप्त किये जाने, अनुकंपा मुल्क भर्तियों में 5‡ की सीमा हटाई जाने, डाक सेवा में 5 दिन का कार्य दिवस लागू किये जा ने, कमलेश चंद्रा समिति की सभी सिफारिशें लागू किये जाने, ग्रामीण डाक सेवकों को नियमित किया जाने सहित कुल 22 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर रहे। इस मौके पर हरिशंकर यादव, श्रवण कुमार, राजेश कुमार सिंह, ऋषिकेश, विकास यादव, शकील अहमद, फूलचंद यादव, अमलदार यादव, सर्वेश सिंह, विक्रम सिंह, बृजेश कनौजिया, पूजा गुप्ता, सतीश सिंह, रीना मौर्या, महेंद्र यादव, नुजहत फातमा, आनंद शुक्ला, सुशील कुमार, संजय कुमार यादव, सादिक अली, अमरनाथ पाल, कमलेश तिवारी, कमलेश यादव, महेंद्र यादव सहित जनपद के सभी कर्मचारी हड़ताल पर रहे। वहीं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आवाह्न पर जिले मेंं विद्युत कर्मियों के दो दिवसयी कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन मंगलवार को भी हड़ताल जारी रही। इस मौके पर सभी विद्युत अधिकारियों ने दोपहर अपरान्ह तीन बजे से पांच बजे तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार कर आगे की रणनीति तय की। गौरतलब हो कि विद्युत विभाग के कर्मचारी भी सरकार से अपनी मांगों को लेकर नाराज चल रहे हैं। उनकी मांगों के अनुसार निजीकरण हेतु जारी किए गए इलेक्ट्रीसिटी;अमेंडमेंटद्ध बिल और स्टैण्डर्ड बिडिंग डॉक्युमेंट के मसौदे को वापस लेते हुए निजीकरण की समस्त प्रक्रिया निरस्त की जाए साथ ही ग्रेटर नोएडा का निजीकरण व आगरा का फ्रेन्चाइजी करार रद्द किया जाए। इसके अलावा केरल के केएसईबी लिमिटेड की तरह उप्र में भी सभी ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लिमिटेड का गठन किया जाए। सभी बिजली कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाए। तेलंगाना की तरह ऊर्जा निगमों में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए और नियमित पदों पर नियमित भर्ती की जाए। शांतिपूर्ण आन्दोलन के कारण प्राविधिक कर्मचारी संघ के सदस्यों की वेतन कटौती और अन्य दमनात्मक कदम वापस लिये जायें। सभी संवर्गों की वेतन विसंगतियों का निराकरण किया जाए और पूर्व की भाँति सभी संवर्गों को तीन पदोन्नित पद के समयबद्ध वेतनमान दिए जाएं। विरोध प्रदशर््ान की अध्यक्षता ई राम आधार और संचालन निखिलेश सिंह ने किया। इस अवसर पर ई मनोज सिंह, जूई निर्भिक भारती, ई सीयाराम, संजय यादव, गिरीश यादव, सत्या उपाध्याय आदि ने अपने विचार व्यक्त किये तथा धरना प्रर्दशन में ई गोपाल सिंह, ई रवीन्द्र पासवान, ई प्रभाकर, ई मनीजर प्रसाद, ई विरेन्द्र पाल, जूई आतिश यादव, संतोष, अभिषेक केशरवानी, काजी फैज अहमद, प्रभात पान्डेय, रंगीले, अ·ानी कुमार, संजय, विकास इत्यादि लोग मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त पूर्वांचल अध्यक्ष निखिलेश सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कारपोरेशन द्वारा उक्त मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आगे वृहद स्तर पर विरोध प्रदशर््ान व कार्य बहिष्कार किया जायेगा। वहीं बीएसएनएल इंप्लाईज युनियन शाखा जौनपुर के अध्यक्ष सूर्य नारायण यादव के नेतृत्व में अल्पस्टीनगंज स्थित कार्यालय पर कर्मचारियों ने काम काज ठप कर धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया। अध्यक्ष सूर्य नारायन यादव का कहना था कि सरकार की मजदूर विरोधी नीति और कार्पोरेट समर्थक नीतियों के खिलाफ ये आम हड़ताल करने को हम लोग बाध्य हैं। सरकार कार्पोरेट को समर्थन करती हुई नजर आ रही है तो वहीं कर्मचारी के विरोधी नीतियों से हम लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस मौके पर कामरेड सुरेश चंद्र यादव, कामरेड रामलोचन यादव, दयाराम यादव, प्रदीप कुमार सिंह, अशोक कुमार यादव, जय प्रकाश यादव, रवींद्र कुमार श्रीवास्तव, संतोष कुमार, ऊषा राय सहित अन्य लोग मौजूद रहे। केराकत संवाददाता के अनुसार भारतीय जीवन बीमा निगम केराकत के कर्मचरियो द्वारा सोमवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में केराकत शाखा में ताला बंदी नारेबाजी की गयी। विरोध प्रदशर््ान में निगम के केराकत शाखा के चिराग वर्मा,जावेद खान,राजकुमार पाण्डेय,मनीष कुमार,सत्यनारायण शर्मा,बृजेश चतुर्वेदी,महावीर प्रसाद,रितेश दुबे,विजय बहादुर,तेजबहादुर,मोतीलाल ठाकुर,शिवशंकर यादव,आदि लोग शामिल थे। प्रदशर््ान कर रहे लोगो ने बताया कि निगम में पुरानी पेंशन योजना लागू हो। श्रम कानून में जबरदस्ती बदलाव का विरोध। नयी भर्ती तुरन्त किया जाय। फेमिली पेन्शन में बदलाव किया जाय।
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