शत्रु राष्ट्र पाकिस्तानी नागरिक के पुत्रों द्वारा मकान पर अवैध कब्जे का आरोप | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
कूटरचित दस्तावेज़ के सहारे भू लेख पर नाम दर्ज करने में हुए सफल
पीडि़त की नहीं हो रही सुनवाई, काट रहा विभाग के चक्कर
जफराबाद, जौनपुर। स्थानी थाना क्षेत्र के मूल निवासी सय्यद फैज़ान आब्दी का आरोप है कि उनके विपक्षी पट्टीदार बशीर आब्दी ने उनकी पैतृक संपत्ति मकान पर अवैध कब्ज़ा कर रखा है जो पाकिस्तानी नागरिक फज़ले हसन के पुत्र हैं। पीडि़त ने इस बाबत लिखित शिकायत जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक कर रखी है परन्तु कंही सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप है कि पाकिस्तानी नागरिक के पुत्रों द्वारा अपना नाम शिया वक्फ बोर्ड, नगर पंचायत जफराबाद सहित भूलेख तक में कूटरचित ढंग से दर्ज कराकर पीडि़त के दादा सिब्ते हसन का नाम कटवा दिया है।
गौरतलब हो कि मोहल्ला नासही थाना जफराबाद निवासी सय्यद फैज़ान आब्दी की परदादी ज़किया बीबी ज़मींदार थीं जिनके नाम से पैतृक संपत्ति मकान था जिसका बंटवारा उनके जीवनकाल से आज तक क़ानूनी रूप से उनके हकीकी वारिसों में नहीं हुआ है ज़किया बीबी पत्नी मोहम्मद रज़ा के कुल पांच संताने थी। जिनमंे फज़ले हसन व आले हसन पाकिस्तान जाकर वहीँ के नागरिक हो गए थे। अफ़ज़ल हसन अख्तर हसन एवं सिब्ते हसन ही भारत में रहे। फज़ले हसन व आले हसन के पाकिस्तान चले जाने के कारण कस्टोडियन ने शत्रु संपत्ति के तहत मकान को अपने कब्ज़े में लेकर ताला जड़ दिया था। पीडि़त के दादा सिब्ते हसन ने उक्त मकान का मुकदमा सरकार बनाम सिब्ते हसन सन 1955 से 1960 के मध्य लड़ा था। सिब्ते हसन के पक्ष में फैसला आने के बाद कस्टोडियन ने मकान से अपना ताला हटा लिया था। आरोप है कि पाकिस्तानी नागरिक के पुत्र बशीर आब्दी ने छलकपट पूर्वक अपने चाचा सिब्ते हसन से सारे कागजात लेकर उसमे हेरफेर कर कूटरचित ढंग से अपना व अपने भाई भतीजों का नाम सरकारी अभिलेखों में दर्ज करा सिब्ते हसन का नाम कटवा दिया जिसका खामियाज़ा सिब्ते हसन के पौत्र भुगत रहे हैं और विभाग के चक्कर काटने पर विवश हैं परन्तु कोई भी उनकी फिरयाद सुनने वाला नहीं है।
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