शहीदों की धरती सेनापुर में बढ़ी पंचायत चुनाव की सरगर्मी | #NayaSaberaNetwork
नया सबेरा नेटवर्क
आरक्षण का इंतजार-दावेदार हैं तैयार
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। वीरों की धरती एवं शहीदों का गांव कहे जाने वाला सेनापुर में इन दिनों पंचायत चुनाव का संग्राम छिड़ा हुआ है। दावेदार अपने पक्ष में ग्रामीणों को गोलबन्द करने में लगे हुए हैं तो ग्राम प्रधान अपने 5 साल के लेखा-जोखा को पेश करके खुद को सफल बताने में लगे हुए हैं। ऐसे में विरोधी प्रधान की खामियां जुटाने में लगे हैं परंतु आरक्षण की स्थिति अभी साफ न होने की वजह से दावेदार अपनी मजबूत दावेदारी को मैदान में नहीं उतार पा रहे हैं परंतु आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल जारी है। बता दें कि केराकत विकास खण्ड के सेनापुर गांव की आबादी 8000 है जहां मतदाताओं की संख्या 3616 है। यह गांव अनुसूचित जाति बाहुल्य है जहां ब्राह्मण, क्षत्रिय, यादव, कहार, कोहार, चौहान, मुस्लिम, मुसहर, धोबी, खटीक, खैरवार, शर्मा, बरई, बनिया व राजभर के लोग रहते हैं।
जंग-ए-आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले 23 क्रांतिकारियों को इसी गांवके आम के पेड़ पर लटकाकर गोलियों से भून दिया गया था। पूर्वांचल में सबसे बड़ी शहादत का गवाह होने के कारण इसकी अलग पहचान है। बता दें कि पंचायत गठन के बाद रामधारी सिंह, रमाकांत पांडेय, रामदेव राम, बुझारत राम, सुधीराम राम, अमला देवी, डा. राम लौटन विश्वकर्मा को गांव वालों ने नेतृत्व सौंपा। रामधारी सिंह व सुधीराम राम दो बार जीत का सेहरा बंधा तथा इसके बाद दोबारा कोई भी जनता का भरोसा नहीं जीत पाया है। वर्तमान में रमेश कुमार प्रधान हैं। इस बाबत पूछे जाने पर ग्राम प्रधान श्री कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने इस कार्यकाल में तमाम सर्वांगीण विकास किया है जिसमें 30 खड़ंजा निर्माण, 2 खड़ंजा मरम्मत, 5 नाली निर्माण/मरम्मत, 14 शौर्य ऊर्जा लाइट, 20 स्ट्रीट लाइट, 3 विद्यालय का कायाकल्प, शहीद स्मारक का नवीनीकरण व सुंदरीकरण, 78 प्रधानमंत्री, 16 इंदिरा, 6 मुख्यमंत्री आवास, 450 शौचालय, 1 सामुदायिक शौचालय, मार्ग पर कच्ची सड़क का निर्माण, गरीबांे के खेत का समतलीकरण, तालाब का सुंदरीकरण व पौधरोपण के साथ 2 आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण, जेएनएम सेंटर जैसा कार्य शामिल है। वहीं गांव के सुभाष शर्मीले का कहना है कि महिला सार्वजनिक शौचालय व नाली न होने से बरसात के दिनों में महिलाओं व ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रधान द्वारा कराए गए कार्य से जनता में काफी रोष है। जय प्रकाश सिंह का कहना है कि पूरे गांव में आज की तारीख में उत्तर से दक्षिण तक जो स्थिति है, बद से बदतर है। पूर्व प्रधान राम लौटन विश्वकर्मा का कहना है कि यदि आपका साथ मिला तो सेनापुर की धरती पर फिर से हरियाली लाऊंगा। संतोष सिंह का कहना है कि ग्राम प्रधान ने जो भी कार्य किये हैं, वह सराहनीय है। चाहे वह विद्यालय का कायाकल्प हो या फिर वर्षों से उपेक्षित पड़ा शहीद स्मारक सहित गांव का कायाकल्प हो, अपने आपमें सेनापुर के लिए बड़ी उपलब्धि है।
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