हे भगवान ! ऐसा दिन कभी किसी को न दिखाना ! | #NayaSaberaNetwork
हे भगवान ! ऐसा दिन कभी किसी को न दिखाना !
कोरोना के चपेट में एक पुरे परिवार का आ जाना,
ऐसे में सुहाग छिन गया हो, फिर भी पत्नी को पड़े बहकाना,
पिता की निधन हो गई हो और बच्चों को न हो बताना,
बच्चों के जिंदा रहते दाह संस्कार औरों से पड़े करवाना,
हे भगवान ! ऐसा दिन कभी किसी को न दिखाना !
हृदय को दहला देनी वाली
इस खबर को मुश्किल था उन सब के घर आने तक दबा पाना,
सिर से उठ गया साया, कठिन था ये बात उन बच्चों को समझाना,
विलाप करना पर आँशु को बाहर न लाना,
सारे परिवार वालों के लिए बहुत ही जटिल था ये सब कर पाना,
लेकिन करते भी क्या, अन्य सभी की जान जो था बचाना,
हे भगवान ! ऐसा दिन कभी किसी को न दिखाना !
रचनाकार
कुँवर शेखर गुप्ता
अतिथि प्राध्यापक एवं शोधार्थी,
अंग्रेजी विभाग, तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर
मो० 8303780008
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