अचानक सड़कों पर उतरे लोग, लब्बैक या हुसैन... के नारों के साथ दफ्न हुआ ताजिया | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। शहर के कोतवाली क्षेत्र स्थित सदर इमामबाड़ा में कोरोना वायरस के चलते 10वीं मोहर्रम को ताजिया दफ्न ना होने से सोमवार की सुबह 11वीं मोहर्रम को हजारों की संख्या में लोग अचानक सड़कों पर निकल आये और लब्बैक या हुसैन... के नारे लगाते हुए सदर इमामबाड़े पहुंचने लगे, यह देखकर मौके पर तैनात पुलिस के हाथ पांव फूल गये। बाद में डीएम डीके सिंह व एसपी अशोक कुमार सहित भारी संख्या में फोर्स पहुंची और लोगों को शांत कराकर ताजियों को दफ्न करा दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को सुबह 10 बजे कुछ लोग ताजियों को लेकर सदर इमामबाड़े पहुंचे जहां ताला बंद होने के कारण लोग नदी की ओर ताजिये को सुपुर्द ए आब करने जा रहे थे जिस पर पुलिस के जवान ने रोका तो उनसे नोक झोक होने लगी फिर देखते ही देखते सदर इमामबाड़े की ओर हजारों की संख्या में महिलाएं, बच्चे, पुरुष, लब्बैक या हुसैन... का नारा लगाते हुए सरों पर ताजिया रखे दिखाई पड़े। यह देखते ही वहां पर तैनात शहर कोतवाल संजीव मिश्रा के हाथ पांव फूल गये और लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वो लोग माने नहीं। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी अंकित कुमार, एसपी सिटी संजय कुमार, सीओ सदर सुशील कुमार सहित भारी संख्या में फोर्स पहुंची और घंटों उनको समझाने का प्रयास करती रही। बाद में डीएम व एसपी भी मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया। इस दौरान एक-एक कर ताजियों को सदर इमामबाड़े में दफ्न करा दिया गया।
वहीं डीएम का कहना है कि सभी लोगों से वार्ता हो चुकी थी कि 10 मोहर्रम को ताजिया दफ्न नहीं होगा लेकिन सोमवार को अचानक ना जाने किसके अफवाह पर लोग एकत्र हो गये, पूरे मामले की जांच की जा रही है। लोगों का यह कहना था कि उन्होंने 10वीं मोहर्रम को शासन के आदेश का पूर्णत: पालन किया था लेकिन ताजियों को दफ्न करने के लिए कोई गाइडलाइन ना आने के चलते वे एक-एक ताजियों को स्थानीय कर्बला में दफ्न करने ले जा रहे थे जिसको पुलिस ने रोकने का प्रयास किया और मामला बिगड़ गया। आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता डॉ. यासूब अब्बास ने भी फोन से आला अधिकारियों से बात किया और लोगों से संयम बरतने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि ताज़िया को नुकसान पहुंचा है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए।
No comments