जौनपुर : पुलिस की अनैतिक व असंवैधानिक कार्यशैली की महामहिम राष्ट्रपति से शिकायत #NayaSabera
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस की अनैतिक, अमानवीय व असंवैधानिक कार्यशैली के सम्बन्ध में समाजसेवी वकार हुसैन ने महामहिम राष्ट्रपति को पत्रक प्रेषित किया है।
शिकायतकर्ता के अनुसार स्वतंत्रता के 72 वर्षों बाद भी पुलिस का वही क्रूर चेहरा जो आज भी आम लोगों के लिये खौफ व दहशत का पर्याय बना हुआ है। आश्चर्य है कि पुलिस ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा की शपथ लेते हैं और जो बेल्ट, टोपी आदि उन्हें पहनने को मिलती है, उस पर सत्यमेव जयते का आदर्श व मार्गदर्शन भी लिखा होता है परन्तु खाकी वर्दी का सरकारी रैपर शरीर पर चढ़ाते ही बोली, भाषा, आचरण सब अमानवीय हो जाता है। बदमाश की छोड़िये, शरीफ भी इनके हाथों जलील हो सकता है।
श्री वकार का कहना है कि पुलिस की इसी झूठ व फर्जीवाड़े के चलते बहुत से निर्दोष जेल की सजा काट रहे हैं। फर्जी एनकाउण्टर के खेल में भी उत्तर प्रदेश पुलिस हमेशा प्रथम स्थान पर रही है जिसकी सनद इसे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी दे चुका है जबकि उच्चतम न्यायालय नाराजगी व फटकार सुना चुका है। ऐसे में यदि इसे शासन से सह मिल जाय तो जो हत्याएं अपने विरोधी की किसी अपराधी से कराते हैं और वह हत्या पुलिस एनकाउन्टर के नाम पर कर देती हैं। असलहा, पासपोर्ट, किसी विवादित भूमि, मकान पर कब्जा, जुआ, शराब, होटलों में वेश्यावृत के लिये पुलिस को पैसा चाहिये। हर अपराध के साथ थाने में सौदेबाजी चलती है।
उन्होंने कहा कि हद तो यह है कि गरीबों की खून पसीने की कमाई में भी इनको हफ्ता चाहिये। उदाहरण जौनपुर नगर कोतवाली के आस-पास सवारी ढोने वाले आटो रिक्शा, टैम्पो, ई-रिक्शा आदि हैं। पासपोर्ट आवेदकों से रिपोर्ट के नाम पर थाना व एल.आई.यू. द्वारा धनउगाही की शिकायत पर 2-2 बार राष्ट्रपति द्वारा जांच के बावजूद यह तर्कहीन प्रथा समाप्त नहीं हो रही है।
![]() |
Advt |
No comments